चुनाव आयोग का कहना है कि अगर सभी राजनीतिक दल तैयार हों और सरकार पर्याप्त संसाधन एवं सुरक्षा बल उपलब्ध कराए तो वह लोकसभा और विधानसभाओं का चुनाव एक साथ कराने के लिए तैयार है। मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ नसीम जैदी ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय मतदाता शिक्षा सम्मलेन का उद्घाटन करने के बाद पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में यह बात कही। यह पूछे जाने पर कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विधानसभा चुनाव और लोकसभा का चुनाव एक साथ कराए जाने के बारे में पिछले दिनों जो पत्र चुनाव आयोग को लिखा था, उस पर आयोग ने क्या करवाई की, डॉ जैदी ने कहा कि अगर सभी राजनीतिक दल एक साथ चुनाव कराए जाने के पक्ष में हैं और केंद्र सरकार हमें पर्याप्त सुरक्षा बल उपलब्ध कराए तथा संसाधन मुहैया कराए तो लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ करने के मुद्दे पर हमें कोई आपत्ति नहीं हैं।
यह पूछे जाने पर कि अगले साल उत्तर प्रदेश और गुजरात समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखें कब घोषित होंगी और ये चुनाव क्या राज्यों में एक साथ होंगे या अलग अलग चरणों में होंगे, उन्होंने कहा, ‘ हम आने वाले त्योहारों और बच्चों की परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए इस सम्बन्ध में निर्णय लेंगे और तब इसकी घोषणा की जायेगी’ सार्वजानिक स्थलों तथा सार्वजानिक कोष के जरिए पार्टी के चुनाव चिह्न हाथी की प्रतिमा लगाये जाने के मामले में बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती के खिलाफ चुनाव आयोग क्या करवाई करेगा यह पूछे जाने पर, मुख्य चुनाव आयुक्त ने सिर्फ इतना कहा कि आदर्श चुनाव आचार संहिता के लागू होने के बाद ही इन मुद्दों पर कोई करवाई होगी।
डॉ जैदी ने एक अन्य प्रश्न के उत्तर कहा कि चुनाव आयोग चुनाव में धन के गलत इस्तेमाल के खिलाफ कारवाई कर ही रहा है। आने वाले दिनों में हम इस धन के इस्तेमाल को रोकने के लिए कड़ी करवाई करने की योजनाएं बनाएंगे। सम्मलेन में 27 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं । उद्घाटन समारोह में चुनाव आयुक्त एके जोति और ओपी रावत तथा उपचुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा, कई पूर्व चुनाव आयुक्त एवं वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।