कप्तानी छोड़ने के बाद बनाया पहला शतक,वनडे में धोनी का धमाका

कटक/नई दिल्ली: धोनी ने दिखा दिया है कि अभी उनमें काफी क्रिकेट बची हुई है, अपनी 134 रनों की पारी धोनी ने उस वक्त खेली जब टीम को सबसे ज्यादा ज़रूरत थी. टीम को 25 रनों पर ही तीन बड़े झटके लग चुके थे, धोनी ने ज़िम्मेदारी समझी और ऐसा धमाका किया कि, टीम इंडिया ने इंग्लैंड के सामने 382 रनों का पहाड़ जैसा टारगेट रख दिया.

धोनी भले ही कैप्टन कूल नहीं रहे हों, लेकिन कटक वनडे में वो बैट्समैन कूल ज़रूर नज़र आए, काफी दिनों बाद धोनी अपने पुराने रंग में दिखे, वो भी तब जब टीम तनाव में थी.

अपने दमदार शॉट्स की मदद से धोनी ने युवराज के साथ मिलकर इंग्लैंड के सामने रनों का पहाड़ खड़ा कर दिया. अपनी पारी में धोनी ने 10 चौकों और 6 छक्के के साथ 122 गेंदों में धमाकेदार 134 रन बनाए. धोनी ने अपना 10वां शतक 106 गेंदों में पूरा किया.

धोनी को 43 रन पर जीवनदान भी मिला, जब जेक बॉल ने उनका कैच छोड़ दिया, हालांकि ये कैच बेहद मुश्किल भी था. धोनी की शतकीय पारी करीब सवा तीन साल बाद देखने को मिली. आखिरी बार धोनी ने 19 अक्टूबर 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में नॉट आउट 139 रन बनाए थे.

धोनी को हमेशा मुश्किलों का खिलाड़ी कहा जाता है, यहां भी जब टीम बेहद मुश्किल में थी, तो युवराज के साथ मिलकर ना सिर्फ टीम को संभाला बल्कि इंग्लैंड के खिलाफ अब तक के दूसरे सबसे बड़े स्कोर तक पहुंचाया.

धोनी के साथ 256 रनों की पार्टनरशिप पर युवराज ने कहा, “मैं और माही दोनों मिडिल ऑर्डर में खेलते हैं, हमने भारत के लिए कई मुकाबले जीते हैं, इसलिए हम दोनों के बीच आपसी समझ हमेशा रही है जब भी हम दोनों साथ बल्लेबाजी करते हैं.”

सिर्फ बल्ले से ही नहीं माही पूरे मैच में विराट को कप्तानी में भी मदद करते नज़र आए, कई ऐसे मौके आए जब खुद विराट माही के पास रणनीति पर चर्चा करने पहुंचे, विराट बखूबी जानते हैं कि धोनी का टीम में होना उनके लिए कितनी राहत की बात है.

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