हाथों की मेहंदी भी ठीक से नही छूटी कि विवाहिता ने लगाई फांसी!

दहेज में कार न मिलने पर शादी के महज 23 दिन बाद ही विवाहिता की फांसी लगाकर हत्या..

 

दबथुवा (मेरठ) : दहेज में कार न मिलने पर शादी के महज 23 दिन बाद ही विवाहिता की फांसी लगाकर हत्या कर दी गई। मृतका के पिता ने पति सहित चार के खिलाफ दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने आरोपी पति समेत दो लोगों को हिरासत में ले लिया है।

सैनिक कालोनी कसेरूखेड़ा मेरठ निवासी पिंकी पुत्री मनवीर की शादी बीते माह 25 नवंबर को दबथुवा निवासी विवेक पुत्र ओमवीर से हुई थी। विवेक आर्मी में है और फिलहाल उसकी पोस्टिंग असम में है। शादी के बाद से ही वो छुट्टी पर है। पिंकी के पिता मनवीर सिंह भी सेना में सूबेदार पद से रिटायर हैं। परिवार वालों के मुताबिक शादी के बाद से ही पिंकी के ससुराल वाले दहेज में कार और 8 लाख की मांग करते हुए उसे प्रताड़ित कर रहे थे। यह बात पिंकी ने परिजनों को बताई थी। करीब 10 दिन पूर्व परिजन दबथुवा आए थे और पिंकी के ससुराल वालों से आग्रह किया था कि उनकी हैसियत अब और कुछ देने की नहीं है। तब उनके साथ भी ससुराल वालों ने दु‌र्व्यवहार किया था। इसके बाद ससुराल वाले पिंकी के साथ ज्यादा मारपीट करने लगे। रविवार सुबह पिंकी की सास ओमवती और ससुर ओमवीर ने उन्हें फोन करके सूचना दी कि पिंकी ने फांसी लगा ली है। जब वह गांव पहुंचे तो बताया गया कि उसे कैलाशी अस्पताल ले जाया गया है। अस्पताल पहुंचे तो पिंकी की मृत्यु हो चुकी थी। थाने में तहरीर देते हुए पिंकी के पिता ने आरोप लगाया कि पति विवेक, सास ओमवती, ससुर ओमवीर और देवर विनेश ने दहेज की मांग पूरी न होने पर उनकी बेटी की हत्या कर दी। उसके शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आरोपी पति समेत दो को हिरासत में ले लिया। सीओ सीपी सिंह, नायब तहसीलदार देवराज सिंह भी मौके पर पहुंचे। उधर, पिंकी के ससुर का कहना था कि उसका यहां मन नहीं लग रहा था। वह खाना भी ठीक से नहीं खा रही थी। आज उसे अपने घर जाना था, मगर उसने फांसी लगा ली।

परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

सीपी सिंह, सीओ सरधना।

सुबह फोन कर भाई को बुलाया था

– पिंकी को रविवार को अपने मायके जाना था। बताया गया कि उसने सुबह परिजनों को फोन करके भाई को उसे लेने के लिए भेजने के लिए कहा था। इसके कुछ देर बाद ही ससुराल वालों ने परिजनों को फोन करके फांसी लगाने की खबर सुना दी।

परिजनों का बुरा हाल

बेटी की लाश देखकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। बहन बेहोश हो गई। पिता रोते हुए बस यही कहते रहे कि अभी तो ठीक से हाथों की मेहंदी भी नहीं हटी थी और मार दिया।

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