ग्राम देवगढ़ में लालू नाम का एक कुत्ता ऐसा है जो किसी व्यक्ति के निधन पर शवयात्रा में शामिल होता है
हाटपीपल्या। ग्राम देवगढ़ में लालू नाम का एक कुत्ता ऐसा है जो किसी व्यक्ति के निधन पर शवयात्रा में शामिल होता है और 13 दिनों तक शोकाकुल परिवार के साथ रहता है। पिछले करीब चार सालों से यह सिलसिला चला आ रहा है।
पिछले दिनों गांव के रामेश्वर मंडलोई का निधन हो गया था। उनके बड़े भाई तुलसीराम ने बताया छोटे भाई के निधन पर यह कुत्ता शवयात्रा में आगे-आगे चला। इसके बाद 13 दिनों तक लगातार घर के आंगन में ही रहा। यह कुत्ता हमारे इस घर पर अभी तक नहीं आया था। सरपंच प्रतिनिधि भारतसिंह जादौन ने बताया दो महीने पहले मेरी पत्नी विजयलक्ष्मी जादौन (ग्राम पंचायत की सरपंच) के निधन पर भी यह कुत्ता अपनी शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचा था। भगवानसिंह जादौन की पत्नी कुसुमकुंवर जादौन की मौत तीन-चार माह पहले हो गई थी तब भी यह कुत्ता 13 दिनों तक वहीं रहा।
हमारे बीच बैठा दिखता है कुत्ता
हाटपीपल्या के मंडी अध्यक्ष महेंद्र यादव, कांग्रेस नेता छगनलाल मिस्त्री, एडवोकेट प्रवीण चौधरी, दीपक माली, पोनासा के सरपंच योगेंद्र सैंधव ने बताया कि हम इस गांव में जब भी किसी के यहां शोक संवेदना व्यक्त करने जाते हैं जब हमें यह कुत्ता इन शोकाकुल परिवार के यहां हमारे बीच बैठा हुआ दिखता है। गांव के सामाजिक कार्यकर्ता महेश पाटीदार एवं संदीप गुर्जर ने बताया हम भी करीबन सभी के यहां अंतिम संस्कार में जाते हैं। हम तीन-चार सालों से देखते आ रहे हैं कि यह कुत्ता सभी के यहां अंतिम संस्कार में जाता है।
इसलिए होता होगा ऐसा
इस बारे में बागली के शासकीय पशुचिकित्सालय के डॉ. विजय शर्मा ने बताया कि इस कुत्ते कोे कोई पहले रोजाना रोटी देता होगा और उसके साथ अच्छा व्यवहार करता होगा। किसी के निधन पर इस कुत्ते ने वहां पर रोना व विलाप करते हुए इस प्रकार का देखा होगा। इस कारण से इस कुत्ते के दिमाग में इस प्रकार की अवधारणा बैठ गई होगी। जब यह कुत्ता सभी के यहां इस प्रकार की घटना हो जाती है तो वहां पहुंच जाता है।