शिक्षा से ही आदिवासियों की तकदीर बदल सकती है। हर आदिवासी अपने बच्चों को स्कूल भेंजे। यह बातें झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन ने कहीं। सोरेन प. सिंहभूम के गोईलकेरा हाट बाजार में शुक्रवार को शहीद देवेंद्र मांझी के शहादत दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित कर रहे थे।
कहा, जब तक आदिवासियों के बच्चे पढ़ लिखकर होशियार नहीं होंगे, तब तक बाहरी राज करते रहेंगे। वहीं, आप के बच्चे मजदूरी करते रहेंगे। झारखंड गरीब नहीं है, बल्कि यहां के लोग गरीब हैं। आदिवासियों के बच्चे पढ़ लिखकर होशियार होंगे तो यहां के खनिज-संपदाओं का इस्तेमाल कर प्रदेश का विकास करेंगे। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने से पूर्व गुरुजी ने शहीद स्थल पर जाकर देवेंद्र माझी को श्रद्धासुमन अर्पित किया।
सिर्फ योजनाएं बनवा रही सरकार : चंपई सोरेन- सरायकेला के विधायक चंपई सोरेन ने कहा कि पिछले दो साल से भाजपा सरकार सिर्फ योजनाएं बनवा रही है। पहले सरकार ने योजना बनाओ अभियान चलाया और अब विशेष ग्रामसभाओं का आयोजन कर योजनाएं बनवा रही है। अबतक सिर्फ एक योजना धरातल पर उतरी है, वह है डोभा निर्माण। लेकिन, डोभा निर्माण में भी व्यापक भ्रष्टाचार हुआ है। सरकार की आदिवासी विरोधी नीतियों के खिलाफ जमशेदपुर में 15 नवंबर को सभा होगी।
अनुबंधकर्मी मूलवासी इसलिए सरकार नहीं कर रही स्थायी : कुणाल
श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए बहड़ागोड़ा विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि पिछले कई दिनों अनुबंधकर्मी स्थायीकरण की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं, लेकिन सरकार नहीं सुन रही। उन्होंने सरकार के सीएनटी व एसपीटी एक्ट में संशोधन समेत कई मुद्दों पर आलोचना की और सरकार को आदिवासी विरोधी करार दिया।
को हक मिलने तक जारी रहेगा आंदोलन : बिरुवा – चाईबासा विधायक दीपक बिरुवा ने कहा कि जल, जंगल व जमीन पर आदिवासियों को हक मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा। कहा, ओडिशा में साढ़े पांच लाख व छत्तीसगढ़ में साढ़े चार लाख लोगों को जमीन के पट्टे मिले हैं। जबकि झारखंड में अबतक मात्र 45 हजार लोगों को ही वन पट्टे मिले हैं। समारोह को खरसावां विधायक दशरथ गागराई, चक्रधरपुर के विधायक शशि भूषण सामड, शहीद देवेंद्र मांझी की पत्नी सह मनोहरपुर विधायक जोबा मांझी ने भी संबोधित किया।