शुरू हुआ पंचक, 16 अक्टूबर तक न लें बिजनेस में कोई रिस्क

panchak-02_1476169517भारतीय ज्योतिष में पंचक को अशुभ माना गया है। इसके अंतर्गत धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तरा भाद्रपद, पूर्वा भाद्रपद व रेवती नक्षत्र आते हैं। पंचक के दौरान कुछ विशेष काम करने की मनाही है। इस बार 12 अक्टूबर की सुबह लगभग 04.08 से पंचक शुरू हो चुका है, जो 16 अक्टूबर, रविवार की दोपहर लगभग 12.10 तक रहेगा।
उज्जैन के ज्योतिषी पं. प्रफुल्ल भट्‌ट के अनुसार, बुधवार से शुरू होने वाले पंचक के दौरान किसी को पैसा उधार न दें और न बिजनेस में कोई रिस्क न लें। शेयर व वायदा बाजार में कोई बड़ा सौदा न करें तो बेहतर रहेगा। पंचक कितने प्रकार का होता है और इसमें कौन से 5 काम नहीं करने चाहिए,

panchak-01_1476169515ये हैं पंचक के प्रकार

1. रोग पंचक

रविवार को शुरू होने वाला पंचक रोग पंचक कहलाता है। इसके प्रभाव से ये पांच दिन शारीरिक और मानसिक परेशानियों वाले होते हैं। इस पंचक में किसी भी तरह के शुभ काम नहीं करने चाहिए। हर तरह के मांगलिक कार्यों में ये पंचक अशुभ माना गया है।

3. अग्नि पंचक

panchak-03_1476169518मंगलवार को शुरू होने वाला पंचक अग्नि पंचक कहलाता है। इन पांच दिनों में कोर्ट कचहरी और विवाद आदि के फैसले, अपना हक प्राप्त करने वाले काम किए जा सकते हैं। इस पंचक में अग्नि का भय होता है। इस पंचक में किसी भी तरह का निर्माण कार्य, औजार और मशीनरी कामों की शुरुआत करना अशुभ माना गया है। इनसे नुकसान हो सकता है।

5. चोर पंचक

शुक्रवार को शुरू होने वाला पंचक चोर पंचक कहलाता है। विद्वानों के अनुसार, इस पंचक में यात्रा करने की मनाही है। इस पंचक में लेन-देन, व्यापार और किसी भी तरह के सौदे भी नहीं करने चाहिए। मना किए गए कार्य करने से धन हानि हो सकती है।
6. इसके अलावा बुधवार और गुरुवार को शुरू होने वाले पंचक में ऊपर दी गई बातों का पालन करना जरूरी नहीं माना गया है। इन दो दिनों में शुरू होने वाले दिनों में पंचक के पांच कामों के अलावा किसी भी तरह के शुभ काम किए जा सकते हैं।

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