झारखंड- विधान सभा में जोरदार हंगामे के बीच बहुचर्चित सीएनटी एसपीटी एक्ट आखिरकार बुधवार को पारित हो ही गया. जहां पहले कुर्सियां तोड़ी गई थीं, वहीं संशोधन विधेयक पटल पर रखते ही विवक्ष की ओर जूते फेंके गए. रांची – सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई.
फेंके गए जूते
दोपहर दो बजे जब सदन की कार्यवाही वापस शुरू हुई तो हंगामा करते विपक्ष फिर वेल में आ गए. हंगामे के बीच ही मंत्री अमर बाउरी ने संशोधन विधेयक पटल पर रखा. इसी बीच विवक्ष की ओर जूते फेंके गए. सदन में विपक्ष के रवैये से स्पीकर दिनेश्र्मा उरांव मर्माहत हुए. उनके आसन की ओर विपक्ष की ओर से जूते फेंके गए थे. आसन की ओर कुर्सी फेंकने की भी हुई थी कोशिश.
विपक्ष ने कहा, जनता देगी जवाब
झारखंड विकास मोर्चा के प्रदीप यादव ने रघुवर सरकार पर आरोप लगाया कि मनमाने तरीके से बिल को पारित कराया गया.कहा कि जनता इन को जवाब देगी. प्रदीप यादव ने आज के दिन को काला दिन करार दिया.
आजसू का बयान, कोर्ट जाएगी पार्टी
वहीं आजसू विधायक विकास मुंडा ने भी सरकार पर मनमाने तरीके से और असंवैधानिक तरीके से विधेयक को पारित करवाने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार के फैसले के खिलाफ पार्टी कोर्ट जाएगी.
दंगल के थे आसार
गौरतलब है कि सुबह से ही जहां सरकार विधेयक को लेकर कमर कसी हुई थी, वहीं विपक्ष भी विरोध के लिए हर सीमा को तोड़ने पर उतारु रहा. सदन के पटल पर सीएनटी एसपीटी एक्ट संसोधन विधेयक रखते ही वह सब कुछ हुआ जिसकी आशंका थी. कुर्सियां टूटी, हंगामे हुए, विधेयक की कॉपियां फाड़ी गईं और वह वह सब कुछ हुआ जिससे सदन की मर्यादा टूटी. विपक्षियों खास कर झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायकों ने विधेयक की कॉपियां फाड़ कर फेंक दी. विपक्षी विधायकों ने स्पीकर के माइक को तोड़ा.रिपोर्टिंग डेस्क पर चढ़कर बवाल काटा.