उत्तर प्रदेश में चुनाव को लेकर जदयू ने अपना स्टैंड साफ करते हुए कहा है कि पार्टी यूपी चुनाव को लेकर सपा के साथ गठबंधन की बातचीत के लिए तैयार है। लखनऊ में पांच नवंबर को होने वाले सपा के स्वर्ण जयंती समारोह में पार्टी की ओर से पूर्व अध्यक्ष शरद यादव शामिल होंगे।
जदयू के महासचिव केसी त्यागी ने बताया कि लखनऊ में सपा के समारोह में जब दिग्गज जुटेंगे, अगर चुनाव संबंधी कोई चर्चा हुई तो पार्टी उसका स्वागत करेगी। उनके अनुसार, फिलहाल ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है।
बताया जाता है कि जदयू ने यह फैसला यूपी के राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के अजित सिंह से बातचीत के बाद किया है। इसके पहले बिहार के सत्ताधारी महागठबंधन के सबसे बड़े दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमो लालू प्रसाद ने सपा के समारोह में शामिल होने की घोषणा पहले ही कर दी है।
विदित हो कि जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार छठ पर्व की व्यस्तता के कारण समारोह में नहीं जा रहे हैं। उन्होंने कहा था कि जदयू सपा के आंतरिक कलह में शामिल होना नहीं चाहती।
महागठबंधन की चर्चा शुरू
सूत्रों के अनुसार यूपी चुनाव को लेकर कांग्रेस व सपा के महागठबंधन को लेकर चर्चा पहले ही शुरू हो चुकी है। बात सीटों की संख्या पर अटकी है। इसमें राजद, रालोद व जदयू को भी शामिल करने की कवायद चल रही है। बताया जा रहा है कि सपा के रजत जयंती सामरोह के बहाने लखनऊ में जुटे सभी दलों के दिग्गज इसपर चर्चा करेंगे।
नीतीश ने कहा था, महागठबंधन नहीं, गठबंधन होगा
इसपर अपनी प्रतिक्रिया में बुधवार को नीतीश कुमार ने कहा था कि यूपी में किसी भी हालत में ‘महागठबंधन’ तो नहीं ही बनेगा, क्योंकि ‘महागठबंधन’ आमने-सामने की पार्टियों के बीच होता है, जैसा कि बिहार में हुआ। यूपी में तो ‘महागठबंधन’ सपा व बसपा में ही संभव है। अब जो भी होगा, ‘गठबंधन’ होगा। नीतीश ने कहा था कि यूपी में गठबंधन को लेकर वहां कांग्रेस को पहल करनी चाहिए। वह सबसे पुरानी पार्टी है।
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