गुवाहाटी: पेशेवर मुक्केबाजों को सभी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एमेच्योर प्रतियोगिताओं का हिस्सा बनने की स्वीकृति मिलने के बाद एशियाई खेलों के पूर्व रजत पदक विजेता मनप्रीत सिंह ने भी पेशेवर बनने का फैसला किया है क्योंकि सर्विसेज खेल नियंत्रण बोर्ड :एसएससीबी: ने भी अपने मुक्केबाजों को सर्किट में प्रतिस्पर्धा की इजाजत दे दी है।
एसएससीबी का यह कदम अन्य संस्थानिक बोर्डों के लिए उदाहरण हो सकता है जो अपने मुक्केबाजों को पेशेवर सर्किट में हिस्सा लेने की स्वीकृति देने को लेकर हिचकते रहे हैं।
पेशेवर मुक्केबाजी की लाइसेंस संस्था भारतीय मुक्केबाजी परिषद के अध्यक्ष ब्रिगेडियर पीके मुरलीधरन राजा ने खुलासा किया, एसएससीबी और आर्मी खेल नियंत्रण बोर्ड ने अपने मुक्केबाजों को पेशेवर सर्किट में हिस्सा लेने की स्वीकृति दे दी है। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के हस्तक्षेप के बाद यह कदम उठाया गया है। उन्होंने इस फैसले को स्वीकृति दी है।
ब्रिगेडियर राजा यहां भारतीय मुक्केबाजी महासंघ :बीएफआई: के अधिकारियों से मिलने आए थे जिससे कि एमेच्योर मुक्केबाजों की राष्ट्रीय संचालन संस्था के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्ते बनाए जा सकें।
एसएससीबी की स्वीकृति के बाद कम से कम चार मुक्केबाज पेशेवर बने हैं जिसमें मनप्रीत सबसे जाना माना चेहरा हैं। उन्होंने 2010 एशियाई खेलों में हैवीवेट वर्ग का रजत पदक जीता था। वह पेशेवर सर्किट में कू्रजरवेट में हिस्सा लैंगे।
राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व रजत पदक विजेता सोम बहादुर पुन, विश्व कैडेट चैम्पियनशिप के पूर्व रजत पदक विजेता संजय कोल्ते और संतोष हरिजन ने भी पेशेवर सर्किट से जुड़ने का फैसला किया है।
पुन सुपर मिडिलवेट वर्ग, कई बार के राष्ट्रीय चैम्पियन कोल्ते लाइटवेट वर्ग और संतोष सुपर फीदरवेट वर्ग में चुनौती पेश करेंगे।
ब्रिगेडियर राजा ने कहा कि उन्होंने सुरंजय सिंह से भीबनने का आग्रह किया था लेकिन फिलहाल वह नौसेना के मुख्य कोच हैं इसलिए इसके लिए तैयार नहीं हुए।