इस्लामाबाद. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल रिजवान अख्तर को हटाया जा रहा है। यह फैसला आर्मी चीफ जनरल राहिल शरीफ ने लिया है। रिजवान का टेन्योर नवंबर 2017 तक था। अचानक उन्हें हटाने के पीछे भारतीय सेना की 9 दिन पहले पीओके में की गई सर्जिकल स्ट्राइक एक वजह हो सकती है। उनकी जगह लेफ्टिनेंट जनरल नवीद मुख्तार को आईएसआई का नया चीफ बनाया जा सकता है।
कितने साल का होता है टेन्योर…
– ISI चीफ का टेन्योर 3 साल का होता है। इस लिहाज से रिजवान को नवंबर 2017 तक पोस्ट पर रहना था। लेकिन अब उनको हटाए जाने की खबरें आ रही हैं।
– रिजवान ने लेफ्टिनेंट जनरल जहीर-उल-इस्लाम की जगह आईएसआई के चीफ की पोस्ट संभाली थी।
– रिजवान ने लेफ्टिनेंट जनरल जहीर-उल-इस्लाम की जगह आईएसआई के चीफ की पोस्ट संभाली थी।
मुख्तार हो सकते हैं नए आईएसआई चीफ
– रिपोर्ट के मुताबिक, लेफ्टिनेंट जनरल नवीद मुख्तार को रिजवान की जगह नया आर्मी चीफ बनाया जा रहा है।
– नवीद कराची में डीजी रह चुके हैं। सिंध प्रांत को बहुत बेहतर तरीके से समझते हैं। कराची में सबसे ज्यादा हिंसा की घटनाएं होती हैं।
– रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से कहा गया है कि रिजवान को हटाने का वक्त राहिल शरीफ के एक्सटेंशन या उनके रिटायर होने पर भी निर्भर करता है।
– नवीद कराची में डीजी रह चुके हैं। सिंध प्रांत को बहुत बेहतर तरीके से समझते हैं। कराची में सबसे ज्यादा हिंसा की घटनाएं होती हैं।
– रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से कहा गया है कि रिजवान को हटाने का वक्त राहिल शरीफ के एक्सटेंशन या उनके रिटायर होने पर भी निर्भर करता है।
– राहिल ने इस साल के शुरू में साफ कर दिया था कि वो एक्सटेंशन नहीं चाहते। शेड्यूल के मुताबिक, राहिल को नवंबर में रिटायर होना है।
– पाक आर्मी के स्पोक्सपर्सन आसिम बाजवा ने रिजवान को हटाए जाने की खबरों को गलत बताया है।
– पाक आर्मी के स्पोक्सपर्सन आसिम बाजवा ने रिजवान को हटाए जाने की खबरों को गलत बताया है।
हटाए जाने की वजह क्या?
– रिजवान अगर हटाए जाते हैं तो इसकी वजह भारत द्वारा पीओके में की गई सर्जिकल स्ट्राइक हो सकती है।
– 18 सितंबर को कश्मीर के उड़ी में आर्मी कैम्प पर आतंकी हमला हुआ था। इसके बाद भारत ने 29 सितंबर को पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक की थी। इसमें 38 आतंकी और पाक सेना के कई सैनिक मारे गए थे।
– इस घटना को पाकिस्तान सरकार और आर्मी ने नकार जरूर दिया, लेकिन आए दिन इसके सबूत सामने आने से सरकार, सेना और आईएसआई पर दबाव है।
– 18 सितंबर को कश्मीर के उड़ी में आर्मी कैम्प पर आतंकी हमला हुआ था। इसके बाद भारत ने 29 सितंबर को पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक की थी। इसमें 38 आतंकी और पाक सेना के कई सैनिक मारे गए थे।
– इस घटना को पाकिस्तान सरकार और आर्मी ने नकार जरूर दिया, लेकिन आए दिन इसके सबूत सामने आने से सरकार, सेना और आईएसआई पर दबाव है।
– माना जा रहा है कि आईएसआई चीफ को हटाने का फैसला इसी दबाव का नतीजा हो सकता है।