500-1000 रुपये के नोट बंद होने के बाद देश में जहां अफरातफरी मची हुई है और लोगों की लाइनें बैंक और एटीएम के बाहर लगी हुई हैं. कल से एटीएम खुले हैं और बैंकों में 10 नवंबर से लोग कैश निकाल और जमा करने के लिए जा रहे हैं. इस समय जहां लोगों के लिए रोजाना की खरीदारी करने के लिए कैश की दिक्कतें सामने आ रही हैं वहीं कई सेक्टर्स ऐसे हैं जो नोटबंदी की वजह से तुरंत गिरावट देख रहे हैं. रियल एस्टेट सेक्टर भी ऐसा ही सेक्टर है जो 500-1000 रुपये के नोट बंद होने के बाद बिक्री और कमाई में तेज गिरावट का सामना कर रहा है.
महाराष्ट् के रजिस्ट्रेशन और स्टैंप्स विभाग ने 2 दिन में प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में 45 फीसदी की गिरावट दर्ज की है. 500 और 1000 रुपये के नोटों के बंद होते ही महाराष्ट्र के प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में तेज गिरावट दर्ज की गई है.
जहां रजिस्ट्रेशन का सामान्य औसत 8000 डॉक्यूमेंट का साधारण तौर पर रहता है वहीं पिछले 2 दिन में ये गिरकर 4,273 और 3,930 डॉक्यूमेंट पर आ गया है. 8 नवंबर को कुल रजिस्ट्रेशन 7,175 थे इसमें कुल 55 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. महाराष्ट्र में अनरावती, औरंगाबाद, नागपुर, लातूर में 50-51 फीसदी की गिरावट देखी गई और ठाणे जिले में 44 फीसदी की गिरावट कुल रजिस्ट्रेशन में दर्ज की गई है. वहीं पुणे और मुंबई में 36 फीसदी की गिरावट देखी गई है.
हालांकि रजिस्ट्रेशन एंड कंट्रोलर ऑफ स्टैंप्स के स्टेट इंस्पेक्टर एन रामास्वामी ने कहा कि जब रजिस्ट्रेशन का 98 फीसदी फंड ऑनलाइन तरीके से आता है, ऐसे में रजिस्ट्रेशन में गिरावट आना हैरानी की बात है. सिर्फ डॉक्यूमेंट हैंडलिंग चार्ज के लिए कैश लिया जाता था और वो भी डिमांड ड्राफ्ट के जरिए ही लिया जाता था. हालांकि ऐसा इसलिए भी हो सकता है क्योंकि घर खरीदार कई बार बिल्डर्स को रजिस्ट्रेशन से पहले ही कैश में रकम दे देते थे जिसकी वजह से लोगों की तरफ से प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में कमी आ रही है. एक ग्राहक ने बताया कि वो 2000 रुपये के नए नोटों का इंतजार कर रहे हैं जिससे वो बिल्डर को पेमेंट कर पाएं और इसके बाद ही प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन कराएंगे.