नई दिल्ली: प्रत्यक्ष कर (डायरेक्ट टैक्स) संग्रह चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 9% बढ़कर 3.27 लाख करोड़ रुपये रहा। मुख्य रूप से व्यक्तिगत आयकर संग्रह बढ़ने से प्रत्यक्ष कर संग्रह बढ़ा। अप्रैल-सितंबर के दौरान प्रत्यक्ष कर संग्रह से पता चलता है कि 2016-17 के लिये प्रत्यक्ष कर के बारे में बजटीय अनुमान का 38.65% हिस्सा प्राप्त कर लिया गया है। प्रत्यक्ष कर में कंपनी तथा व्यक्तिगत आयकर शामिल हैं।
सीबीडीटी के बयान के अनुसार आंकड़ा बताता है कि शुद्ध संग्रह 3.27 लाख करोड़ रुपये रहा जो पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले 8.95% अधिक है। कंपनी आयकर (सीआईटी) संग्रह 9.54% बढ़ा जबकि व्यक्तिगत आयकर में 16.85% की वृद्धि हुई है। हालांकि रिफंड को समायोजित करने के बाद सीआईटी में शुद्ध वृद्धि 2.56% जबकि व्यक्तिगत आयकर में 18.60% की बढ़ोतरी हुई।
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-सितंबर के दौरान 86,491 करोड़ रुपये रिफंड किये गये जो पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 26.99 प्रतिशत अधिक है। सितंबर 2016 तक अग्रिम कर संग्रह 1.58 लाख करोड़ रपये पहुंच गया जो 12.12 प्रतिशत वृद्धि को बताता है। कंपनी अग्रिम कर में 8.14% की वृद्धि हुई जबकि व्यक्तिगत आयकर संग्रह में 44.5% की वृद्धि हुई। सरकार ने प्रत्यक्ष कर संग्रह चालू वित्त वर्ष में 12.64% बढ़कर 8.47 लाख करोड़ रपये रहने का अनुमान रखा है।