राजौरी , 20 जुलाई । भारतीय सैन्य चौकियों के साथ रिहायशी इलाकों को लगातार निशाना बना रही पाकिस्तानी सेना को भारत ने बुधवार रात करारा जवाब दिया। भारत की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के चार सैनिकों की मौत हो गई और 14 अन्य घायल हो गए। पाकिस्तान के तीन बंकर भी तबाह हो गए और करीब 15 वाहनों को नुकसान पहुंचा। भारत ने यह कार्रवाई राजौरी जिले के नौशहरा और पुंछ जिले की मेंढर सेक्टर से की। उधर, उत्तरी कश्मीर में एलओसी से सटे नौगाम और उड़ी सेक्टर में भी पाक गोलाबारी का भारत ने कड़ा जवाब दिया और पाक सेना के दो अग्रिम निगरानी मोर्चे तबाह कर दिए। इससे पहले सुबह पाक सेना ने राजौरी और पुंछ में नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी की। पाक ने पुंछ के बालाकोट, शाहपुर, किरनी, साब्जियां व मनकोट सेक्टर के साथ-साथ राजौरी के तरकुंडी सेक्टर में गोले दागे। इसमें बालाकोट सेक्टर के सडोट गांव का एक व्यक्ति घायल हो गया। दोनों जिलों में 50 से अधिक मवेशी मारे गए व सात घरों को नुकसान पहुंचा है। इस बीच, मंगलवार को राजौरी के नौशहरा में पाक गोलाबारी में घायल हुए सेना की 19 पंजाब यूनिट के सूबेदार शशि कुमार ने कमान अस्पताल ऊधमपुर में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। वह हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश) के रहने वाले थे। एक और जवान के शहीद होने के साथ ही जुलाई में अब तक एलओसी पर शहीद होने वाले सैनिकों की संख्या सात व तीन माह में 12 हो गई है। सिर्फ राजौरी में ही पिछले तीन दिन में चार सैनिक शहीद व पांच जवान घायल हो चुके हैं। इनके साथ एक बच्ची की मौत और सात स्थानीय नागरिक भी घायल हो चुके हैं।
नौागम व उड़ी में गोलाबारी
नौगाम सेक्टर में दोपहर बाद साढ़े तीन बजे पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय ठिकानों पर मोर्टार और तोप के गोले दागे। सूत्रों के अनुसार, शाम पांच बजे भारतीय जवानों ने जवाबी प्रहार शुरू किया और पाकिस्तानी सेना के दो अग्रिम निगरानी मोर्चे उड़ा दिए। इसके कुछ देर बाद पाकिस्तानी सैनिकों ने उड़ी सेक्टर के कमलकोट इलाके में गोलाबारी शुरू कर दी। भारतीय जवानों ने भी इसका करार जवाब दिया। इस बीच, सेना ने गुरेज और मच्छल सेक्टर में घुसपैठियों के खिलाफ अपने तलाशी अभियान को लगातार दूसरे दिन भी जारी रखा।
जान बचाने के लिए बच्चों ने पत्थरों का लिया सहारा
राजौरी के तरकुंडी सेक्टर के लोगों को पता नहीं था कि प्रशासन ने एहतियातन स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। बुधवार को अधिकतर बच्चे स्कूल के लिए निकले, लेकिन बीच रास्ते में ही गोलाबारी शुरू हो गई। इसपर बच्चों ने पत्थरों के पीछे छिपकर अपनी जान बचाई। बाद में बच्चे घरों को लौटे। पाक गोलाबारी के चलते राजौरी जिले में सीमा के साथ सटे 87 व पुंछ जिले में 35 यानि कुल 122 स्कूलों को एहतियातन बंद रखा गया है।