पटना , । बिहार के कई जिलों में पिछले दो दिनों से रूक-रूक कर बारिश हो रही है, वहीं कई नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटे तक प्रदेश में चक्रवाती बारिश होती रहेगी। भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। सोमवार को उत्तरी एवं मध्य बिहार के कई जिलों में जमकर बारिश हुई। बारिश के साथ ही कुछ इलाकों में ठनका गिरने की आशंका है। राजधानी पटना में रविवार और सोमवार को मिलाकर पिछले चौबीस घंटों में 110.4 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। भारी बारिश अलर्ट के मद्देजनर पटना के सभी स्कूल को आठवीं कक्षा तक मंगलवार को बंद करने का आदेश दिया गया है। पटना के जिलाधिकारी संजय अग्रवाल ने बताया कि आपदा विभाग के अलर्ट के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है। मंगलवार की स्थिति को देखते हुए आगे के बारे में फैसला किया जाएगा। पटना के अलावा मुजफफरपुर, दरभंगा, वैशाली और मधुबनी में भी भारी बारिश के मद्देनजर स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया गया है। वैशाली जिले में 11 और 12 जुलाई को स्कूल बंद रहेंगे जबकि बाकी के जिलों में सिर्फ 11 जुलाई को स्कूल बंद रखने का फैसला किया गया है। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक शुभेंदु सेनगुप्ता ने बताया कि वर्तमान में राज्य के उत्तर एवं पश्चिमी हिस्से के आकाश में चक्रवाती बादल मंडरा रहे हैं। इस कारण जमकर बारिश हो रही है। सोमवार को प्रदेश में सर्वाधिक बारिश सिवान के परसा में हुई। वहां पर 270 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा वैशाली एवं बक्सर में भी भारी बारिश हुई। दोनों जिलों में 140-140 मिलीमीटर बारिश हुई। अररिया और छपरा जिले में भी जमकर बारिश हुई। राजधानी में सोमवार सुबह से ही मानसून सक्रिय रहा। दिनभर चक्रवाती बारिश हुई। कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश का सिलसिला चलता रहा। राजधानी में आज सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक 41.7 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। वहीं गया में सोमवार को मात्र 5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। भागलपुर में उससे भी मात्र 3 मिलीमीटर बरसात हुई।
औसत से दो फीसद कम बारिश
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि वर्तमान में सूबे में औसत से दो फीसद कम बारिश हुई है। अब तक प्रदेश में 277.6 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन 271.8 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। मंगलवार की बारिश के बाद सूबे में सामान्य स्थिति हो जाएगी।
राजधानी में जनजीवन अस्त-व्यस्त
राजधानी में जमकर बारिश होने के कारण शहरवासियों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग दिनभर घरों में कैद रहे। बारिश से शहर की गलियां एवं सड़कें लबालब भर गईं हैं, निचले इलाके के घरों में बारिश का पानी घुस गया है। बारिश से वाहनों का परिचालन भी प्रभावित हुआ। बाजार पर भी असर देखा गया।