कमल विहार में विकसित भूखंडों पर अब छूट सिर्फ 30 जून तक ही मिलेगी. यह निर्णय आज प्राधिकरण के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई एक समीक्षा बैठक में किया गया. बैठक में वित्तीय सलाहकार ने बताया कि डिस्कॉऊंट मॉडल के आधार पर इसके बाद छूट देना संभव नहीं होगा. श्रीवास्तव ने नागरिकों और पूंजी निवेशकों से अपील की है कि वे इस मौके का लाभ उठाएं और सेन्ट्रल इंडिया की इस आधुनिक योजना में विकसित प्लॉट लें क्योंकि ऐसे मौके बार बार नहीं आते। बैठक के बाद प्राधिकरण ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी एम.डी. कावरे बताया कि यह भी निर्णय लिया गया है कि कमल विहार में विकसित भूखंडों के आवंटन अब हर बुधवार को होंगे. इसके पहले आवासीय को छोड़ अन्य सभी प्रकार के भूखंड शुक्रवार को तथा आवासीय भूखंड सप्ताह में तीन दिन सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को आवंटित किए जाते थे. कावरे ने बताया कि लोगों की मांग और सुविधा के आधार पर प्लॉट का आवंटन का दिन बदला गया है। कावरे ने आगे बताया कि प्राधिकरण व्दारा व्यवासायिक के स्कीम लेवल व सेक्टर लेवल, सार्वजनिक व अध्र्दसार्वजनिक पर निविदा के आधार पर 30 प्रतिशत की छूट दे रहा है. यह छूट 90 दिनों में भुगतान करने पर ही उपलब्ध है. इसी प्रकार 2000 वर्गफुट से बड़े आकार के भूखंडों पर लाटरी के आधार पर 10 प्रतिशत की छूट तथा शैक्षणिक व स्वास्थ्य प्रयोजन के प्लॉटों पर निविदा के आधार पर 10 प्रतिशत की छूट दी जा रही है. इसके अतिरिक्त समय पूर्व राशि का भुगतान करने पर प्रो रेटा आधार पर 12 प्रतिशत की छूट भी लागू है. कमल विहार में विकसित भूखंडों की दरों में व्यावसायिक भूखंड की दर क्रमश: 2680 व 2245 रुपए प्रति वर्गफुट, सार्वजनिक व अध्र्द सार्वजनिक भूखंड की दर 2094 प्रति वर्गफुट, शैक्षणिक की दर 696 प्रति वर्गफुट, स्वास्थ्य की 1392 रुपए प्रति वर्गफुट तथा आवासीय भूखंडों में दो हजार वर्गफुट से बड़े भूखंड की दर 1696 प्रति वर्गफुट तथा दो हजार से छोटे आकार के भूखंडों की दर 1781 रुपए प्रति वर्गफुट है।
Check Also
मंत्रिमंडल में फेरबदल: नई मंत्रिपरिषद में भी 11 महिलाओं के होने की उम्मीद
केंद्रीय मंत्रिपरिषद, जिसे आज शाम नए लोगों के शपथ ग्रहण के साथ विस्तारित किया जाएगा, …