नहीं बचेंगे गोमती रिवर फ्रंट के घोटालेबाज, होगी सीबीआई जाँच

लखनऊ 19 जून: खन्ना कमिटी की रिपोर्ट मिलने के बाद यूपी के मुख्यमंत्री ने गोमती रिवर फ्रंट के सीबीआई जाँच की सिफारिश की है |
भ्रस्ताचार का पर्याय बनी गोमती रिवर फ्रन्ट योजना की सीबीआई जांच का भाजपा ने स्वागत किया है। प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि समाजवादी पार्टी सरकार की हर योजना में भ्रष्टाचार हुआ। जनता के हक के पैसों  में खूब बंदर बांट हुई योगी सरकार एक-2 करके सभी घोटालों की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों को दण्डित करेगी।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि जांच के लिए गठित आयोग ने नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षता में जांच आयोग की रिपोर्ट में योजना में क्रमवार भ्रष्टाचार की बात सामने आई है।सपा सरकार ने 1513 करोड़ रूपये परियोजना के लिए स्वीकृत किये थे। सरकार ने 1437 करोड़ रूपये ताबडतोड़ जारी कर दिये। 95 फीसदी भुगतान के सापेक्ष 60 फीसदी काम पूरा नहीं हुआ।  परियोजना से जुडे़ रहे अधिशासी अभियन्ता, अधीक्षण अभियन्ता, मुख्य अभियन्ता सहित तमाम जिम्मेदार अधिकारी सीधे तौर पर इसके लिए जिम्मेदार ठहराए गए। इन सबके खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। निष्पक्ष जांच के लिए ही पहले जांच आयोग और साक्ष्य मिलने पर अब सीबीआई से जांच करवाने की सिफारिश की गई है।
शुक्ल ने कहा कि गोमती रिवर फ्रन्ट योजना को हर हाल में पूरा किया जाएगा, गुणवत्ता से बिना समझौता किए उच्च मानको को पूरा किया जाएगा। अरबों खर्च होने के बाद भी सरकार योजना को गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा करवाएगी। गोमती में गिर रहे नालों के पानी का शोधन करने के लिए 350 करोड़ रूपये की संतुति की गई है, कम धन में परियोजना को पूरा करने के तकनीकी विशेषज्ञों की राय ली जायेगी। डिफाल्टर कम्पनियों को दण्डित  करते हुए एक नजीर पेश का जाएगी। सरकार के सख्त कदम से भ्रष्टाचारियों में हडकंप मचा है।
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