नई दिल्ली ,18 जुलाई । भाजपा के वरिष्ठ नेता वेंकैया नायडू ने एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। उनके नामांकन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी समेत कई नेता मौजूद थे। उधर विपक्ष के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी ने भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी की मौजूदगी में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
इससे पहले सोमवार की रात अमित शाह ने की इसकी घोषणा की थी। उन्होंने एनडीए के सभी सहयोगी दलों की इसकी सूचना दी, जिसका सभी ने स्वागत किया। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने नायडू से इस बारे में रविवार को चर्चा की थी और सोमवार सुबह प्रधानमंत्री ने उनसे बात की थी। संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद शाह ने नायडू को उम्मीदवार बनाए जाने का ऐलान किया। नायडू के नाम की घोषणा के बाद रात को ही उन्होंने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि 68 वर्षीय नायडू देश के व भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में एक हैं। संसदीय बोर्ड की बैठक में नायडू खुद मौजूद थे। बैठक में उनका नाम करते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अन्य सभी सदस्यों ने उनको बधाई दी। शाह ने कहा कि नायडू ने किसान परिवार से निकल कर 25 साल के संसदीय जीवन में देश की सेवा की है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसान के बेटे वेंकैया नायडू के पास लंबा संसदीय अनुभव है जो राज्यसभा के सभापति के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में उनकी मदद करेगा। पूरी राजनीतिक बिरादरी में उन्हें सराहा जाता है। वह उपराष्ट्रपति पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवार हैं। उपराष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार वेंकैया नायडू ने आज अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। उन्होंने नामांकन पत्र के दो सेट निर्वाचन अधिकारी को प्रस्तुत किये। वेंकैया के नामांकन के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, डॉ. मुरली मनोहर जोशी, वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सहित कई केंद्रीय मंत्री और सांसद मौजूद थे।
सहयोगी दलों की भी पसंद रहे नायडू
इस अवसर पर राजग के सहयोगी दलों में लोजपा से रामविलास पासवान, शिवसेना से संजय राउत, अन्नाद्रमुक (अम्मा धड़े) से एम. थम्बीदुरई आदि नेता मौजूद थे। नायडू ने सोमवार रात केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। नायडू को उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनाये जाने की घोषणा भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद सोमवार शाम की गयी थी।
नामांकन भरने के बाद भावुक हुए नायडू
भाजपा के वरिष्ठ नेता एम.वेंकैया नायडू ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनाए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के प्रति आज आभार व्यक्त किया तथा देश को विश्वास दिलाया कि वह इस उच्च संवैधानिक पद की मर्यादा एवं गरिमा को बरकरार रखेंगे। नायडू ने यहां राज्यसभा के महासचिव शमशेर के शरीफ के समक्ष अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि विशाखापट्टनम के लॉ कॉलेज से विधि स्नातक करने के बाद से उनका सार्वजनिक जीवन चार दशक तक जनता के बीच, जनता के लिए और जनता की सेवा करते हुए बीता है। उन्होंने कार्यकत्र्ता, विधायक, सांसद, मंत्री के रूप में काम किया और जनता के लिए काम करना उनका ध्येय रहा है। उन्होंने कहा कि अब उन्हें जनता के बीच काम करने के बाद अब नई जिम्मेदारी संभालनी होगी।
मोदी-शाह का जताया आभार
नायडू ने कहा कि वे प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष शाह और राजग के विभिन्न नेताओं, अन्नाद्रमुक, तेलंगाना राष्ट्र समिति, वाईएसआर कांग्रेस और इंडियन नेशनल लोकदल के प्रति आभारी हैं जिन्होंने उन्हें इस दायित्व के लिए उपयुक्त समझा। उन्होंने कहा कि भारत की सबसे बड़ी ताकत संसदीय लोकतंत्र है। उपराष्ट्रपति पद के अपने दायित्व हैं और कार्य की मर्यादाएं हैं। इस पद पर सर्वपल्ली राधाकृष्णन, डॉ. जाकिर हुसैन, मोहम्मद हिदायतुल्ला, आर. वेंकटरमण, डॉ. शंकरदयाल शर्मा और भैरोंसिंह शेखावत आदि नेता रहे हैं। वह इन नेताओं द्वारा स्थापित गरिमापूर्ण परंपरा का निर्वाह करेंगे। वह जनता को आश्वस्त करते हैं कि उपराष्ट्रपति के रूप में सभी मर्यादाओं का पालन करेंगे।
भाजपा मेरी मां है