उत्तर प्रदेश।उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड में सामूहिक दुष्कर्म के साथ ही पुलिस द्वारा रात में शव जलाए जानें के मामलें में आज सुप्रीम कोर्ट ने हलफनामा दायर किया गया है, जिसमें कहा गया है कि पीड़ित परिवार और गवाहों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाएगा, साथ ही तीन-स्तरीय सुरक्षा प्रदान की जाएगी.
UP govt files affidavit in #Hathras case, stating that, to ensure security of victim's family & witnesses, three-layered security has been provided. Also asks court to direct CBI to submit fortnightly status report on the probe, to State govt; it can be filed by UP DGP before SC. pic.twitter.com/UDtyXeWJJJ
— ANI (@ANI) October 14, 2020
जानिए क्या है पूरा मामला
हाथरस के चंदपा कोतवाली इलाके के एक गांव में 14 सितंबर को चार लोगों ने 19 साल की युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म किया था। जब बेटी के साथ दरिंदगी हुई तब वह कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं थी। जीभ में चोट लगी थी, रीढ की हड्डी टूटी थी।
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15 सितंबर सुबह 11 बजे उसे हाथरस के जिला अस्पताल लाया गया, जहां से अलीगढ़ के लिए रेफर कर दिया गया। 22 सितंबर तक सामान्य तरीके से बिटिया का इलाज होता रहा, जबकि उसकी हालत काफी गंभीर थी। 23 सितंबर को बिटिया को वेंटिलेटर मिला।
गंभीर हालत को देखते हुए 28 सितंबर को दिल्ली रेफर कर दिया गया। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान 29 सितंबर को पीड़ित की इलाज के दौरान मौत हो गई। पीड़िता के भाई की तहरीर पर चार युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।