2024 के लोकसभा चुनाव से पहले,राष्ट्रीय राजनीति में मानो एक सैलाब सा ला दिया हो ,जो दल अलग-अलग पड़े थे,वह सब आपस में एक-साथ जुड़कर,जनता को रिझाने के चक्कर में लग गए हैं lबीजेपी सत्ताधारी दल है lउसने तमाम दलों को लेकर,एनडीए गठबंधन बना डाला l भला “इंडिया” भी पीछे क्यों रहती ?कांग्रेस की अगुवाई में 26 पार्टियों के साथ सोनिया गांधी ने “इंडिया गठबंधन” की घोषणा कर डाली l और फिर दोनों ही महागठबंधनों के बीच,तमाम रणनीतियां तेजी के साथ बनने लग गई lइस बीच उत्तर प्रदेश की राजनीति खास केंद्र बिंदु पर है,क्योंकि माना जा रहा था,की “प्रसिद्ध जाट नेता” “अखिलेश यादव” के दोस्त और “इंडिया गठबंधन” का अहम हिस्सा बनने की संभावना जिन पर थी, वह नाम था “जयंत चौधरी”, लेकिन “जयंत चौधरी” के विधायक योगी आदित्यनाथ से क्या मिले ? उसके बाद एक मैसेज बहुत तेजी के साथ “सोशल मीडिया” पर, जनता के बीच वायरल होने लग गया l और वह मैसेज था कि बहुत जल्द “जयंत चौधरी” “एनडीए” का दामन थामने वाले हैं,इन संभावनाओं को तब और भी अधिक बल मिला,जब “दिल्ली विधयक के दौरान “जयंत चौधरी” राज्यसभा में ,वोटिंग के लिए नहीं पहुंचे,लेकिन इन संभावनाओं पर खतरे के बादल मंडराने लगे l पर इस मामले में ,फिर से एक बार कहानी में ट्विस्ट आता दिख रहा है l वह ट्विस्ट क्या है ? हम “इंडिया जंक्शन” की इस खबर में आपको दिखाएं,उससे पहले यह जान लीजिए की,”जाट समीकरण” को सेट करने के लिए यह एनडीए का रामबाण था, कि वह “जयंत चौधरी” को सेट करने में लगे हुए थे l इसी बीच “एनडीए” खेमे में जाने की अटकलों को लेकर “रालोद प्रमुख जयंत चौधरी”का एक बड़ा बयान सामने आया है l “राज्यसभा सांसद” ने कहा कि अफवाहों पर ध्यान नहीं देना है l “रालोद” “लोकसभा चुनाव” से पहले विपक्षी गठबंधन “इंडिया” के साथ है lजयंत चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी जमकर हमला बोला l उन्होंने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव यानी की (No Confidence Motion) पर पीएम मोदी के दिए भाषण से नाखुशी जताई lरालोद प्रमुख ने आरोप लगाया, कि पीएम मोदी ने मणिपुर मुद्दे पर भाषण देकर खानापूर्ति की lजयंत चौधरी ने मांग की कि मणिपुर में विश्वास बहाल होना चाहिए l बता दें कि “दिल्ली सर्विस बिल” पर “राज्यसभा” में वोटिंग के दौरान “जयंत चौधरी” की “गैर मौजूदगी” ने “इंडिया गठबंधन” को असहज स्थिति में डाल दिया था l इसी बीच उत्तर प्रदेश की राजनीति में,
अटकलों का बाजार गर्म हो चला था,कि जयंत चौधरी की बीजेपी आलाकमान के साथ ‘डील’ हो गई है lरालोद विधायकों की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मुलाकात ने अटकलों को और मजबूती देने का काम किया था l मुख्यमंत्री के साथ रालोद विधायकों की मुलाकात ने उत्तर प्रदेश की सियासत में सनसनी मचा दी थी lएक बार फिर “समाजवादी खेमे” में “जयंत चौधरी” के रुख की चर्चा होने लगी lकयासों का धुआं उठने पर रालोद की तरफ से सफाई आई lरालोद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मुलाकात का मकसद किसानों का मुद्दा था l मामले को साफ करते हुए रालोद ने कहा, की
रालोद हमेशा किसानों के हित की बात प्रमुखता से करती आई है l दिल्ली सर्विस बिल राज्यसभा से जयंत चौधरी के गैर मौजूद रहने पर उठे सवालों का जवाब देते हुए,रालोद ने एनडीए गठबंधन में शामिल होने की अटकलों को बकवास बताया l पार्टी की तरफ से सफाई में कहा गया,कि जयंत चौधरी पारिवारिक कारण से वोटिंग में शिरकत नहीं कर सके l विपक्षी गठबंधन “इंडिया” के साथ होने का दावा करते हुए,पार्टी ने साफ किया,कि जयंत चौधरी मुंबई की बैठक में शामिल होंगे lअटकलों, अफवाहों और खंडन के बीच जयंत चौधरी उत्तर प्रदेश की सियासत में चर्चित चेहरा बने हुए हैं l अब जनता इस बात को लेकर हैरान दिख रही है,कि आखिर यह खेल चर्चा में बने रहने के लिए किया गया है या फिर वाकई में किसानों को मुद्दे को लेकर,जयंत चौधरी काफी सीरियस हैं l जिसके लिए उन्होंने “इंडिया गठबंधन” जाने का फैसला किया है l फिलहाल जयंत का फैसला अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है l तमाम अटकलो अटकलें और कयासों के बीच, पूरी विस्तृत घोषणा अभी बाकी हैl
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