गोरखपुर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बुधवार से जारी शिक्षामित्रों का आंदोलन गुरुवार को उग्र हो गया। शिक्षामित्रों ने अपनी मांगों को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। शहर के कई जगहों पर बीजेपी की झंडा लगी गाड़ियों को क्षति पहुंचाया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखनाथ मंदिर की ओर कूच कर रहे शिक्षामित्रों को रोकने के लिए धर्मशाला के पास लाठीचार्ज के साथ वाटर कैनन का प्रयोग किया गया, जिससे कई महिला व पुरुष शिक्षामित्र चोटिल भी हुए हैं। प्रदर्शन को देखते हुए पूरे शहर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। मंदिर के आसपास भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आला अफसर भी मौके पर मौजूद हैं। शिक्षामित्र अपनी मांगों को मनवाने तक पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। बुधवार को भी गोरखपुर में शिक्षामित्रों ने डायट पर धरना देने के बाद गोरखनाथ मंदिर की ओर कूच किया। पुलिस रोकती रही लेकिन चकमा देकर शिक्षामित्र मंदिर तक पहुंच गए। मंदिर के अंदर कोई न जा सके इसलिए गेट को बंद कर दिया गया। इसके बाद शिक्षामित्रों ने गेट पर ही धरना शुरू कर दिया। शहर इसके बाद जाम की चपेट में आ गया। हालांकि, अधिकारियों के आश्वासन के बाद धरना खत्म हुआ। गुरुवार को भारी संख्या में शिक्षामित्र रानी लक्ष्मीबाई पार्क व डायट पर एकत्र हुए, काफी संख्या में शिक्षामित्र गोरखनाथ मंदिर की ओर कूच करने लगे। इनको पुलिस रोकने की कोशिश करने लगी। संख्याबल के आगे पुलिस भी लाचार दिखी। शहर के धर्मशाला के पास भारी मात्रा में फोर्स के साथ आला अफसर तैयारी के साथ जमे थे। इनलोगों ने जब रोकने की कोशिश की जब नहीं मानें तो लाठीचार्ज करने के साथ पानी की बौछार का प्रयोग किया गया। इससे कई महिला-पुरुष शिक्षामित्र घायल हो गये। धर्मशाला से आगे किसी भी आंदोलनकारी को जाने नहीं दिया जा रहा उधर, काफी संख्या में शिक्षा मित्र शहर के रानी लक्ष्मीबाई पार्क व डायट पर भी जमे हैं। शहर पुलिस छावनी में तब्दील है। आंदोलन को देखते हुए प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है। मुख्यमंत्री का गुरूवार शाम को आने का कार्यक्रम संभावित था लेकिन उसे निरस्त कर दिया गया।