लखनऊ राष्ट्रीय लोकदल के हजारों कार्यकर्ताओं एवं भारी संख्या में किसानों ने राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव मा0 जयन्त चैधरी के नेतृत्व में किसानों की समस्याओं को लेकर “हल्ला बोल” प्रदर्षन किया। जिसमें मुख्य रूप से प्रदेष अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद तथा राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी, मंुषीराम पाल, राजेन्द्र शर्मा, वंषनारायन सिंह पटेल, डाॅ0 मेराजुददीन, राष्ट्रीय सचिव षिवकरन सिंह, सुधाकर पाण्डेय, ओंकार सिंह, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल दुबे आदि नेताओं के कुषल निर्देषन में प्रदेष के हजारों किसानों एवं रालोद कार्यकर्ताओं और नौजवानों ने सक्रिय भाग लिया।

प्रदेष अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने ऐसी प्रषासनिक कार्यवाही की भत्र्सना करते हुये लखनऊ के जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के तत्काल निलम्बन की मांग करते हुये कहा कि निहत्थे किसानों एवं बेरोजगार नवयुवकों तथा रालोद कार्यकर्ताओं के शान्तिपूर्ण प्रदर्षन पर बर्बरतापूर्ण व्यवहार सर्वथा निंदनीय है और योगी सरकार की अर्कमण्यता का जीता जागता उदाहरण है। प्रषासन के उग्र तेवर को देखते हुये रालोद कार्यकर्ताओं और किसानों ने चै0 चरण सिंह अमर रहे, किसान विरोधी यह सरकार नहीं चलेगी नहीं चलेगी जैसे गगनभेदी नारे लगाते हुये गूंगी बहरी प्रदेष सरकार को जगाने का काम किया। प्रदेष सरकार एवं प्रषासन ने नकारात्मक भूमिका निभाते हुये प्रदर्षनकारियों को तितर बितर करने के लिए दो बार लाठीचार्ज भी किया। इसमें हजारों रालोद कार्यकर्ता बुरी तरह से घायल हुये। जब इससे भी प्रषासन प्रदर्षनकारियों को तितर बितर नहीं कर सका तो वाटन कैनन का सहारा लेकर उन पर पानी की तेज धार से वार किया फिर भी किसानों, और रालोद कार्यकर्ताओं को विचलित करने में प्रषासन पूर्णतः असफल रहा।
रालोद नेताओं ने मांग की कि किसानों के सभी तरह के कर्जे माफ किये जाएं, उत्तर प्रदेष किसान आयोग का गठन किया जाए एवं स्वामीनाथन आयोग की सिफारिषों को लागू करके किसानों को लाभकारी मूल्य दिलवाया जाए, गन्ना किसानों को बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान ब्याज सहित कराया जाना सुनिष्चित किया जाय, प्रदेष की पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा मिल मालिकों के पक्ष में माफ किये गये बकाया गन्ना मूल्य का ब्याज किसानों को देना सुनिष्चित किया जाय, किसान उपयोगी खाद, बीज व अन्य कृषि उपकरणों को जी0एस0टी0 से मुक्त किया जाय तथा जी0एस0टी0 लगने से पषुओं का इलाज लगभग 50 प्रतिषत तक मंहगा हो गया है जिसे पषुपालको के हित को देखते हुये वापस किया जाय, सरकार द्वारा आलू की खरीद सुनिष्चित की जाए एवं शीतगृहोें के किराए भी सरकार द्वारा निर्धारित किया जाए, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने विधान सभा चुनाव के दौरान जनता से वादा किया था कि किसानों की उन्नति के लिए चैधरी चरण सिंह की नीतियों को लागू करने हेतु उनके नाम से योजनाएं चालू करायी जायेगी परन्तु ऐसा नहीं किया गया उसे तुरंत लागू किया जाय तथा उत्तर प्रदेष के काबिल और प्रतिभाषाली नौजवानों को रोजगार दिलाना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए इसलिए बिना भेदभाव के सरकारी भर्तियों को यथाषीघ्र भरा जाए। राष्ट्रीय लोकदल की मांग है कि सरकार सभी सरकारी विभागों में रिक्त पदों को भरे और निजी क्षेत्र में रोजगार उत्पन्न करने के लिए व्यवहारिक योजना बनाये।
प्रदर्षन में पूर्व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला, पूर्व विधायक भगवती प्रसाद सूर्यवंषी, हाजी वसीम हैदर, प्रो0 यज्ञदत्त शुक्ल, किरन सिंह, बी0एल0 प्रेमी, प्रदेष प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी, पष्चिमी उत्तर प्रदेष के अध्यक्ष डाॅ0 अनिल चैधरी, पूर्वी उ0प्र0 के अध्यक्ष गंगा सिंह सैंथवार, मध्य उ0प्र0 के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह, बुन्देलखण्ड जोन के अध्यक्ष वीरेन्द्र साक्षी, राजा ऐष्वर्य राज सिंह, रविन्द्र पटेल, रजनीकांत मिश्र, अम्बुज पटेल, ज्योति प्रकाष अग्रवाल, रमावती तिवारी, प्रीति श्रीवास्तव, लक्ष्मी गौतम, सुनीता चैधरी, बृजेन्द्र वर्मा, अखिलेष वर्मा, महमूद खान, रमेष सिंह सैंथवार, सीमाव अहमद, रामहर्ष यादव आदि लोग मौजूद थे।