महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आएसएस-बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका हिंदुत्व ‘गौमूत्रधारी’ है और हमारा हिंदुत्व राष्ट्रवाद के बारे में है. नागपुर में महाविकास अघाड़ी की रैली को संबोधित करते हुए उद्धव ने कहा हर बार मुझ पर आरोप लगाया जाता है कि कांग्रेस के साथ जाकर मैंने हिंदुत्व छोड़ दिया, क्या कांग्रेस में कोई हिंदू नहीं है?
उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी ने हाल ही में संभाजीनगर में उस जगह पर गोमूत्र छिड़का, जहां हमने अपनी जनसभा की थी. उन्हें थोड़ा गोमूत्र पीना भी चाहिए था, वे समझदार हो जाते. पूर्व सीएम ने कहा कि हमारा हिंदुत्व राष्ट्रवाद के बारे में है.
इसके अलावा शिंदे गुट पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर वे रामभक्त होते और उनके खून में हिंदुत्व होता तो वे सूरत और गुवाहाटी नहीं जाते, बल्कि अयोध्या जाते. दरअसल जब शिवसेना से शिंदे गुट अलग हुआ था तो उस समय उनके गुट के विधायक सूरत और गुवाहाटी चले गए थे. वहीं देवेंद्र फडणवीस से उद्धव ने पूछा कि जब वो मुख्यमंत्री थे तब क्या एक बार भी अयोध्या गए थे?
महाविकास अघाड़ी सरकार गिरने के बाद उद्धव लगातार आरएसएस-बीजेपी पर हमलावर हैं. इससे पहले भी उद्धव गोमूत्र को लेकर बीजेपी-आरएसएस पर हमला कर चुके हैं. बीजेपी पर तंज कसते हुए उद्धव ने कहा था, ‘क्या गोमूत्र छिड़कने से हमारे देश को आजादी मिली थी? क्या ऐसा हुआ कि गोमूत्र छिड़का गया और हमें आजादी मिली? स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना बलिदान दिया, तब हमें आजादी मिली.”
बीजेपी पर लगाया था नाम चुराने का आरोप
इसके अलावा जब उद्धव से शिवसेना का चुनाव चिन्ह छिन गया था, उसके बाद उन्होंने महाराष्ट्र के खेड़ में रैली की थी. उसमें उन्होंने बीजेपी पर नाम चुराने का आरोप लगाया था. उद्धव ने कहा था कि उन्होंने सरदार पटेल, सुभाष चंद्र बोस और अब बाला साहेब ठाकरे के नाम चुरा लिए. सरदार पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया, उन्होंने सरदार पटेल का नाम चुराया. इसी तरह, उन्होंने सुभाष चंद्र बोस को चुरा लिया और बाला साहेब ठाकरे के साथ भी ऐसा ही किया.