पहलवानी से सियासत के अखाड़े में आय कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रिज भूषण शरण सिंह यह वही नाम है जो आजकल काफी सुर्खियों में है क्योंकि इनके ऊपर जो आरोप लगाए गए वह बकौल महिला पहलवानों ने लगाए हैं ब्रिज भूषण शरण सिंह का राजनीति में कदम रखना कई नेताओं के लिए भारी पड़ गया और यह जब से राजनीति में आए तब से लेकर अब तक इन पर कोई ना कोई बड़ा आरोप लगता आ रहा है और विवादों में घिरे ही रहते हैं हाल ही में महिला खिलाड़ियों ने बृजभूषण पर एक ऐसा आरोप लगाया है जिसकी वजह से बृजभूषण का राजनीति में आखरी लम्हा दिखते नजर आ रहा है धरने पर बैठे पहलवानों ने ओलंपिक के बाद से किसी भी राष्ट्रीय टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लिया क्योंकि उन्हें डर है कि जैसे बर्ताव उनके साथ कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण ने किया कहीं वैसा ही घिनौना बर्ताव फिर से ना हो जाए इस पर बृजभूषण खुले तौर पर बोले की क्या ऐसा कोई खिलाड़ी है जो आकर कह सकता है कि कुश्ती संघ ने उसका शोषण किया क्या उन्हें पिछले 10 साल से फेडरेशन से कोई समस्या नहीं थी आपको बता दें कि यह सारी बातें तब हो रही है जब से नए नियम लागू किए गए हैं

बृजभूषण से पूछताछ की गई तो उन्होंने यह भी बोला कि मैंने केवल विनेश फोगाट सहित अन्य खिलाड़ियों को प्रोत्साहित और प्रेरित किया था यौन शोषण बहुत बड़ा आरोप है मैं निर्दोष हूं बाहर जांच करवाने के लिए तैयार हूं बृजभूषण शरण सिंह का विवादों से पाला पड़ा कोई नई बात नहीं है इससे पहले भी झारखंड की राजधानी रांची में राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप के आयोजन के दौरान मंच पर ही एक खिलाड़ी को थप्पड़ जड़ दिया था साल 1992 में बाबरी विध्वंस मामले में लालकृष्ण आडवाणी मुरली मनोहर जोशी जैसे 40 नेताओं में से एक बृजभूषण भी थे जिन को गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन 2020 में सीबीआई की विशेष अदालत ने बृजभूषण समेत 40 आरोपियों को बरी कर दिया था तो वहीं सपा से भी इन्होंने दुश्मनी लेने के चलते सपा के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री विनोद सिंह उर्फ पंडित पर जानलेवा हमला कराने का आरोप भी लग चुका है लेकिन पंडित सिंह कभी अदालत में उनके विरुद्ध गवाही देने नहीं पहुंचे जिस कारण कोर्ट ने बृजभूषण सिंह को बरी कर दिया 2014 में बृजभूषण पर अयोध्या के राम जन्मभूमि कोतवाली में एफ आई आर दर्ज कराई थी पुलिस द्वारा दायर करने के बाद निचली अदालत ने उन्हें नोटिस जारी कर दिया लेकिन बृजभूषण ने पुलिस की कार्यवाही को ही हाईकोर्ट में चेंज कर दिया जिसके बाद जुलाई 2022 में उच्च न्यायालय ने सांसद के खिलाफ केस को रद्द कर दिया था 5 जून 2022 केसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे से अयोध्या आने के पहले उत्तर भारतीयों से माफी मांगने को कहा था खौफ इस कदर था बृजभूषण का कि राज ठाकरे उस अयोध्या रैली में आ ही नहीं पाए थे इतने सारे विवादों के चलते बृजभूषण की छवि हमेशा खतरनाक और विवादास्पद रही लेकिन उनके खिलाफ कोई कुछ बोल नहीं पाया इस बार खिलाड़ियों ने जो आरोप बृजभूषण पर लगाए हैं इन विवादों से बृजभूषण बाहर आ पाएंगे या फिर राजनीति से बाहर का रास्ता उन्हें दिखा दिया जाएगा यह तो फिलहाल भविष्य की गर्त में है
