वरुण किस पार्टी के साथ करेगे विलय

जहां पर वरूण गांधी को लेकर कांग्रेस में आने के कयास लगाए जा रहा थे। तो यह कयास अधूरा लग रहा है। क्योंकि राहुल गांधी ने वरुण गांधी को लेकर कुछ ऐसा कहा है जिससे सभी दंग रह गए हैं। राहुल गांधी ने कहा मेरे और वरुण गांधी के जो तालमेल है विचारधारा है वह अलग है। और तभी से माना जा रहा है कि वरुण गांधी का कांग्रेस में जाने की अटकलें सिर्फ संभावना ही थी । जहां वरुण गांधी कई सालों से बीजेपी से नाराज चल रहे हैं। उनकी नाराजगी जाहिर हो गई जब उन्होंने नेहरू के पक्ष पर टिप्पणी की। तो वहीं अब सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है। की वरुण गांधी अगर कांग्रेस में शामिल नहीं होंगे तो आखिर किस पार्टी में जाएंगे। कांग्रेस पार्टी का दरवाजा बंद होने के बाद वरूण गांधी के पास और भी कई विकल्प मौजूद हैं । ऐसे में वरुण गांधी के पास सबसे बड़ा विकल्प है समाजवादी पार्टी ।

जी हां पिछले दिनों वरुण गांधी ने अखिलेश यादव की तारीफ करते हुए संकेत भी दिए हैं बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने कहा कि मैं पीलीभीत से सांसद था बीजेपी का वरिष्ठ नेता था और फायरब्रांड नेता होने के साथ-साथ मेरी मां की छवि और मेरे पिता की छवि मुझसे जुड़ी हुई थी लेकिन लेकिन उनकी आत्मा किसानों से जुड़ी हुई थी मैंने किसानों की समस्याओं को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बोली तो उन्होंने कहा जाति धर्म से हटकर इनके समस्याओं का निराकरण होना चाहिए तभी मुझे मालूम पड़ गया था कि अखिलेश यादव मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ एक अच्छे इंसान हैं और राहुल की विचारधारा एक ना हो इंसानियत को लेकर मेरी विचारधारा कुछ अखिलेश यादव से मिलती जुलती है। और ऐसा देखते हुए कयास लगाया जा रहा है कि वरुण सपा में शामिल हो सकते हैं। पिछले कुछ सालों से वरुण बीजेपी सरकार के कई फैसलों जमकर निशाना साधा है । अग्निवीर योजना किसान आंदोलन समेत विभिन्न मुद्दों पर खुलकर बोलते नजर आए हैं। जिसके चलते अब ऐसा लग रहा है कि 2024 के चुनाव में वरुण गांधी को बीजेपी में शायद ही टिकट मिले। ऐसे में यह बात साफ है कि वरुण दूसरे दल का रुख कर सकते हैं। अगर सपा से बात नहीं बनी तो बसपा में भी जा सकते है। ऐसे में बताया जा रहा है कि वरुण अगर बीजेपी छोड़ कर आते हैं ओजस्वी पार्टी में जाएंगे तो उस पार्टी को फायदा ही मिलेगा क्योंकि वरुण गांधी सभी के लोकप्रिय नेता हैं। अपने भाषणों में वरुण गांधी गरीबों और किसानों पर लगातार बात करती नजर आती हैं ऐसे में उन्हें वोट मिलने की पूरी संभावना है । राहुल गांधी के विचारधारा की बात लेकर एक यह भी कयास लगाया जा रहा है कि जब 2009 में वरुण का दिया हुआ बयान तो नहीं । जी हां जब वरुण गांधी का जिक्र होता है तो 2009 मैं दिया हुआ वरुण का बयान जरूर याद किया जाता है । उन्होंने कहा था कि जो हाथ तुम्हारी हिंदू के तरफ उठेगा, उन्हें काट दिया जाएगा। इसके बाद से वरुण की छवि कट्टर हिंदू वाली हो गई थी।बीजेपी में रहने की वजह से वरुण की विचारधारा आरएसएस की विचारधारा से मिलती है ऐसे में वरुण गांधी पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए राहुल गांधी उनकी विचारधारा का जिक्र किया । राहुल गांधी कभी नहीं चाहेंगे आरएसएस और बीजेपी के खिलाप हल्ला बोलते हुए कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल यात्रा निकाल रहे है। उस विचारधारा से विपरीत वरुण गांधी कांग्रेस में शामिल हो । अगर एक ही पार्टी में दो विचारधारा के लोग शामिल होंगे,तो इस पर सवाल उठने लगेंगे की, क्या कांग्रेस ने अपनी विचारधारा से समझौता कर लिया हैं ।इसी वजह से वरुण गांधी की कांग्रेस में एंट्री पर ब्रेक लग गया हैं

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