अमेरिका की मल्टीनैशनल टेक्नॉलजी कंपनी याहू के 1 अरब से ज्यादा यूजर्स के अकाउंट्स हैक हो गए हैं। कंपनी को जानकारी मिली है कि 2013 में सिक्यॉरिटी में सेंध लगाकर बहुत सारे यूजर्स की जानकारियां हैक कर ली गई थीं। गौरतलब है कि सितंबर में ही याहू ने 50 करोड़ अकाउंट्स हैक होने की बात कही थी। इस हिसाब से देखें तो दुनिया के सबसे बड़े हैक के मामले में याहू का ही रिकॉर्ड टूटा है।
बुधवार को याहू ने बताया कि साल 2013 में उसके कस्टमर्स के यूजर अकाउंट्स को हैक कर लिया गया था। हैक हुए अकाउंट्स की संख्या 1 अरब से ऊपर है और प्रभावित यूजर्स दुनिया के विभिन्न हिस्सों से संबंध रखते हैं। इस घटना में यूजर नेम, टेलिफोन नंबर और जन्मतिथि समेत कई जानकारियां चुरा ली गई थीं।
याहू का कहना है कि 2013 में हुए इस हैक में यूजर्स के क्रेडिट कार्ड और बैंक अकाउंट खतरे में नहीं आए, क्योंकि उनकी जानकारी अलग जगह स्टोर की जाती है। फिर भी चिंता की बात यह है कि यूजर्स के अनक्रिप्टेड सिक्यॉरिटी क्वेश्चन्स को भी चुरा लिया गया, जिनकी मदद से कंपनी यूजर्स को ऑथेंटिकेट करती है।
खतरे को कम करने के लिए याहू प्रभावित यूजर्स को सचेत कर रहा है और उन्हें अपना पासवर्ड बदलने के लिए कह रहा है। हैकिंग इतने बड़े पैमाने पर हुई है और 2013 से लेकर अब तक इतना वक्त बीत चुका है कि यूजर्स की इन्फर्मेशन को कई बार चुराए जाने की आशंका जताई जा रही है।
याहू अपने यूजर्स को अपने ऑनलाइन अकाउंट्स को रिव्यू करने के लिए कह रहा है। याहू के यूजर्स को न सिर्फ पासवर्ड बदलना होगा, बल्कि अपने सिक्यॉरिटी क्वेस्चन और उनके जवाब भी बदलने होंगे। साथ ही उन अन्य अकाउंट्स के साथ भी ऐसा करना होगा, जिनमें याहू के अकाउंट्स जैसे पासवर्ड या सिक्यॉरिटी क्वेस्चन वगैरह रखे गए हैं।
यह खबर उस वक्त आई है, जब याहू अपने मुख्य बिजनस को टेलिकम्यूनिकेशन कंपनी वेरिजॉन को 4.8 बिलियन डॉलर्स (करीब 32,495 रुपये) में बेचने पर सहमत हो चुका है। इस लीक के बाद से अब ये सवाल उठने लगे हैं कि यह डील हो भी पाएगी या नहीं। यह भी माना जा रहा है कि इससे सौदे की कीमत भी घट सकती है। इस खबर के आने के बाद याहू के शेयर्स में 2.7 फीसदी की गिरावट भी देखने को मिली है।